टर्म इंश्योरेंस क्या है – What is Term Insurance ?
What is Term Insurance in Hindi : टर्म इंश्योरेंस एक जीवन बीमा योजना है, जो बीमाधारक की मृत्यु की स्थिति में उसके परिवार को वित्तीय सुरक्षा प्रदान करती है। यह बीमा पॉलिसी एक निर्धारित अवधि के लिए ली जाती है, जिसे टर्म कहते हैं। टर्म इंश्योरेंस अपने सस्ते प्रीमियम और उच्च सम एश्योर्ड (कवर राशि) के लिए जाना जाता है। यह एक सरल और प्रभावी तरीका है जिससे व्यक्ति अपने परिवार को एक सुरक्षित भविष्य दे सकता है।
टर्म इंश्योरेंस एक प्रकार की जीवन बीमा पॉलिसी है, जो बीमाधारक की मृत्यु के बाद उसके नामांकित व्यक्ति (नॉमिनी) को एक निश्चित राशि प्रदान करती है। यह राशि उस समय के लिए वित्तीय सुरक्षा प्रदान करती है, जब बीमाधारक का परिवार उसकी आय पर निर्भर होता है। Term Insurance का उद्देश्य मृत्यु की स्थिति में परिवार को आर्थिक रूप से सुरक्षित रखना है, न कि व्यक्ति को कोई परिपक्वता (मैच्योरिटी) लाभ प्रदान करना।
इस लेख What is the Term Insurance in Hindi में, हम टर्म इंश्योरेंस के फायदों, नुकसानों, चुनने के महत्वपूर्ण पहलुओं और इसकी विशेषताओं के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे। आम जीवन में टर्म इंश्योरेंस के क्या मायने ( Meaning of Term Insurance in Hindi ) है, यह समझेंगे|
टर्म इंश्योरेंस के फायदे
1. आर्थिक सुरक्षा : टर्म इंश्योरेंस – Term Insurance का सबसे बड़ा फायदा यह है कि यह परिवार को आर्थिक रूप से सुरक्षित रखता है। बीमाधारक की अचानक मृत्यु होने पर उसके परिवार को इस राशि से जीवन की आवश्यकताओं को पूरा करने में मदद मिलती है।
2. सस्ता प्रीमियम : टर्म इंश्योरेंस – Term Insurance का प्रीमियम अन्य बीमा योजनाओं की तुलना में कम होता है। इस प्रकार, कम प्रीमियम में ज्यादा कवर प्राप्त करना संभव होता है। इसका मुख्य कारण यह है कि टर्म इंश्योरेंस में निवेश का हिस्सा नहीं होता| यह सिर्फ मृत्यु का कवर देता है।
3. उच्च बीमा कवर : टर्म इंश्योरेंस – Term Insurance प्लान में छोटे प्रीमियम पर उच्च बीमा कवर मिल सकता है। उदाहरण के लिए, 25-30 साल के व्यक्ति को महज कुछ हजार रुपए के वार्षिक प्रीमियम पर 1 करोड़ रुपए का टर्म प्लान मिल सकता है।
4. टैक्स में छूट : टर्म इंश्योरेंस प्रीमियम पर आयकर अधिनियम की धारा 80C के तहत टैक्स में छूट मिलती है। इसके अलावा, मृत्यु लाभ की राशि धारा 10(10D) के अंतर्गत टैक्स-फ्री होती है, जिससे बीमाधारक को टैक्स का अतिरिक्त लाभ मिलता है।
5. एड-ऑन कवर : कई टर्म इंश्योरेंस प्लान्स में अतिरिक्त कवर भी मिलता है, जैसे कि गंभीर बीमारियों का कवर, एक्सीडेंटल डेथ कवर, आदि। इसे एड-ऑन या राइडर कहते हैं। इसके जरिए आप अपनी पॉलिसी को अपने अनुसार कस्टमाइज़ कर सकते हैं और अपने कवर को बढ़ा सकते हैं।
6. आसान समझौता और क्लेम प्रक्रिया : टर्म इंश्योरेंस प्लान का क्लेम करने की प्रक्रिया अन्य बीमा योजनाओं की तुलना में सरल और सुविधाजनक होती है। बीमाधारक के निधन के बाद नामांकित व्यक्ति आवश्यक दस्तावेज जमा कर क्लेम कर सकता है। अधिकतर बीमा कंपनियाँ क्लेम के लिए ऑनलाइन प्रोसेस भी देती हैं, जिससे प्रक्रिया और भी सरल हो जाती है।
टर्म इंश्योरेंस के नुकसान
1. मैच्योरिटी लाभ नहीं होता : टर्म इंश्योरेंस का सबसे बड़ा नुकसान यह है कि इसमें मैच्योरिटी पर कोई लाभ नहीं मिलता। अगर बीमाधारक पूरी टर्म अवधि तक जीवित रहता है, तो उसे कोई राशि नहीं दी जाती है। इस कारण यह प्लान उन लोगों के लिए निराशाजनक हो सकता है जो मैच्योरिटी पर कुछ लाभ चाहते हैं।
2. प्रीमियम वृद्धि : अक्सर देखा गया है कि कुछ बीमा कंपनियां पॉलिसी की अवधि बढ़ने के साथ प्रीमियम भी बढ़ा देती हैं, खासकर अगर बीमाधारक ने कम उम्र में पॉलिसी ली हो। उम्र बढ़ने के साथ प्रीमियम में वृद्धि को समझना जरूरी है।
3. एड-ऑन राइडर्स का अतिरिक्त खर्च : यदि आप गंभीर बीमारियों, एक्सीडेंटल डेथ कवर जैसे राइडर्स को जोड़ना चाहते हैं, तो यह प्रीमियम को बढ़ा सकता है। यह अतिरिक्त राइडर आपके बीमा की लागत को बढ़ाते हैं।
4. समय की सीमा : टर्म इंश्योरेंस केवल एक निश्चित अवधि के लिए होता है। यदि बीमाधारक इस अवधि के बाद जीवित रहता है, तो उसे किसी प्रकार का भुगतान नहीं मिलता। ऐसे में, यह योजना उन लोगों के लिए उपयुक्त नहीं हो सकती, जो जीवनभर के लिए कवर चाहते हैं।
टर्म इंश्योरेंस कैसे चुनें?
टर्म इंश्योरेंस चुनते समय निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना चाहिए:
1. बीमा कवर राशि का चयन : बीमा कवर राशि आपके परिवार की आर्थिक आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए तय की जानी चाहिए। इसका चयन करते समय अपने लोन, बच्चों की शिक्षा, घर के खर्चे और अन्य वित्तीय आवश्यकताओं को ध्यान में रखें।
2.पॉलिसी की अवधि : पॉलिसी की अवधि आपकी उम्र, वित्तीय स्थिति और लक्ष्यों के अनुसार तय की जानी चाहिए। आमतौर पर, उम्र और नौकरी के आधार पर पॉलिसी की अवधि को तय किया जाता है ताकि बीमाधारक के कमाने वाले सालों में उसका कवर बना रहे।
3.राइडर्स का चयन : अगर आप अतिरिक्त कवर चाहते हैं, तो एड-ऑन राइडर्स को जोड़ने का विकल्प चुन सकते हैं। गंभीर बीमारी कवर, एक्सीडेंटल डेथ कवर जैसे राइडर्स को अपनी जरूरतों के अनुसार चुना जा सकता है।
4.बीमा कंपनी का चयन : बीमा कंपनी चुनते समय उसकी क्लेम सेटलमेंट रेशियो और ग्राहकों की समीक्षा पर ध्यान दें। एक उच्च क्लेम सेटलमेंट रेशियो वाली कंपनी का चयन करना बेहतर होता है, ताकि जरूरत के समय क्लेम मिलने की संभावना अधिक हो।
5. ऑनलाइन और ऑफलाइन विकल्प : आजकल बीमा पॉलिसी ऑनलाइन भी उपलब्ध हैं। ऑनलाइन पॉलिसी लेने पर प्रीमियम कम हो सकता है, क्योंकि इसमें एजेंट का कमीशन नहीं जुड़ता। आप अपनी जरूरतों के हिसाब से ऑनलाइन या ऑफलाइन विकल्प का चयन कर सकते हैं।
टर्म इंश्योरेंस के प्रकार
1.लेवल टर्म प्लान : इस प्रकार की योजना में प्रीमियम और बीमा राशि एक समान रहती है। यह टर्म इंश्योरेंस का सबसे सामान्य प्रकार है, जिसमें समय सीमा तक बीमा राशि नहीं बदलती।
2. इंक्रीसिंग टर्म प्लान : इस योजना में बीमाधारक की उम्र के साथ-साथ बीमा कवर भी बढ़ता रहता है। यह उन लोगों के लिए उपयुक्त है जिनकी जिम्मेदारियां समय के साथ बढ़ती हैं, जैसे कि शादी, बच्चों की पढ़ाई, आदि।
3.डिक्रीसिंग टर्म प्लान : इसमें बीमा कवर समय के साथ घटता जाता है। यह उन लोगों के लिए बेहतर है जिनका लोन समय के साथ घटता है, जैसे होम लोन या अन्य बड़े कर्जे।
4. रिटर्न ऑफ प्रीमियम टर्म प्लान : इस योजना में अगर बीमाधारक टर्म की अवधि समाप्त होने तक जीवित रहता है, तो उसे उसके सभी प्रीमियम वापस मिल जाते हैं। हालांकि, इसका प्रीमियम सामान्य टर्म प्लान की तुलना में अधिक होता है।
टर्म इंश्योरेंस के लिए आवश्यक दस्तावेज़
टर्म इंश्योरेंस के लिए आवेदन करने के लिए निम्नलिखित दस्तावेजों की आवश्यकता होती है:
- पहचान पत्र: आधार कार्ड, पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस, आदि।
- पता प्रमाण पत्र: राशन कार्ड, पासपोर्ट, बिजली का बिल, आदि।
- आय का प्रमाण: वेतन स्लिप, बैंक स्टेटमेंट, इनकम टैक्स रिटर्न।
- स्वास्थ्य संबंधी दस्तावेज़: मेडिकल टेस्ट रिपोर्ट्स (कभी-कभी आवश्यक)।
टर्म इंश्योरेंस क्यों जरूरी है
टर्म इंश्योरेंस उन लोगों के लिए बेहद जरूरी है जो अपने परिवार की वित्तीय सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं। किसी अनहोनी की स्थिति में टर्म इंश्योरेंस आपके परिवार को आर्थिक संकट से बचाता है। यह उनके खर्चे, बच्चों की पढ़ाई, लोन की अदायगी आदि में मददगार साबित हो सकता है। इसलिए, एक मजबूत वित्तीय योजना का हिस्सा बनाते समय टर्म इंश्योरेंस को शामिल करना एक समझदारी भरा कदम है।
Conclusion
टर्म इंश्योरेंस एक महत्वपूर्ण वित्तीय उत्पाद है, जो परिवार को आर्थिक सुरक्षा प्रदान करता है। इसके सस्ते प्रीमियम, टैक्स लाभ, और उच्च कवर के कारण यह जीवन बीमा का एक उत्कृष्ट विकल्प बनता है। हालाँकि, इसका एक मुख्य नुकसान यह है कि यह मैच्योरिटी लाभ नहीं देता। इसलिए, टर्म इंश्योरेंस लेते समय अपनी आवश्यकताओं, वित्तीय स्थिति और जोखिम को ध्यान में रखकर सही योजना का चयन करना आवश्यक है।
टर्म इंश्योरेंस आपके परिवार के भविष्य को सुरक्षित बनाने का एक मजबूत और सस्ता माध्यम है।
Leave a Reply